“विजेन्द्र” संघर्ष के कवि~ कौशल किशोर

🔴 जनमुक्ति के संघर्ष व स्वप्न के कवि विजेन्द्र ~ कवि कौशल किशोर की टिप्पणी🟢 बहुत याद आते हैं कवि विजेंद्र। उन्हें सादर नमन।आज 29 अप्रैल उनका स्मृति दिवस है।🏀 आज के दिन 29 अप्रैल 2021 को हमने अपना अग्रज साथी, सहयोद्धा, लोकधर्मी कवि और साहित्य चिन्तक विजेन्द्र को खो दिया था। कोरोना का यह […]

कौशल किशोर प्रतिरोध के कवि~ उमाशंकर सिंह परमार

📚 पुस्तक चर्चा ~ “वह औरत नहीं, महानद थी” ~ कवि कौशल किशोर ~समीक्षक :~ उमाशंकर सिंह परमार🟣 कवि कौशल किशोर मूल रूप से वाम कार्यकर्ता हैं। उन्होने विभिन्न आन्दोलनों, अभियानों तथा आयोजनों का उत्तरदायित्व निर्वहन किया और आज भी लगातार सक्रिय हैं l🔴 पार्टी अभियानों के प्रति समर्पण के कारण इन्होने अपने लिए, विशेषकर […]

जितेन्द्र कुमार की कविताएँ सवाल करती हैं~ कौशल किशोर

🟣 जितेन्द्र कुमार के कविता संग्रह~ ( क्षितिज से चंद्रमा उगेगा ) पर गोष्ठी🔴 कविता में परिवर्तन की लय और मनुष्यता की जय ~ कौशल किशोर🟢 “लिखावट” की ओर से जितेंद्र कुमार के नए कविता संग्रह~ “क्षितिज से चंद्रमा उगेगा” पर समीक्षा गोष्ठी आयोजित की गई। यह संग्रह न्यू वर्ल्ड पब्लिकेशन, नई दिल्ली की ओर […]

कवि कौशल किशोर मानवता के समर्थक~ विनय श्रीवास्तव

🛑 विनय श्रीवास्तव जी ने “न्यू वर्ल्ड पब्लिकेशन, नई दिल्ली से ‘समकाल की आवाज’ सीरीज के तहत प्रकाशित~ वरिष्ठ कवि कौशल किशोर की “चयनित कविताएँ” पर समीक्षात्मक टिप्पणी लिखी है।🔵 विनय श्रीवास्तव कवि, लेखक, समीक्षक व संपादक हैं। साहित्य सृजन और संस्कार उन्हें विरासत में मिला है। संप्रति डॉ रमाकांत श्रीवास्तव साहित्य संस्थान के अध्यक्ष […]

डाॅ रमाकांत शर्मा ने आलोचना को समृद्ध किया~ डाॅ आईदानसिंह भाटी

🛑 आज की कविता का मिज़ाज : कविताओं के भीतर उतरता आलोचक डॉ. रमाकांत शर्मा ~ डॉ. आईदानसिंह भाटी की टिप्पणी॥🟣 डॉ रमाकांत शर्मा की यह आलोचना कृति समकालीन हिंदी कवियों की कविताओं की आत्मा को टटोलने की कोशिश है।🔵 आज के इस दौर में समाज में बाजार ने अपने पाँव पसार दिए हैं और […]

“संतोष सिद्धार्थ” उम्मीद और आशा के कवि~ लोकेन्द्र सिंह कोट

📚 अपने नये कविता-संग्रह ~ “कुछ कहना था” के कवि संतोष कुमार “सिद्धार्थ” लिखते हैं कि:~ “मेरी पहली पुस्तक की समीक्षा चर्चित लेखक श्री लोकेन्द्र सिंह कोट जी के द्वारा।🟣 नये लेखक की किताब …रिस्क तो है न ! पर नये का यह जोख़िम दुनिया ने न उठाया होता, तो जाने कितने अविष्कार न होते, […]

“रचनाकार का आलोचक होना”~ संतोष चतुर्वेदी

🛑 “निशान्त” के आलेख~ “रचनाकार का आलोचक होना” पर कवि, लेखक तथा संपादक संतोष चतुर्वेदी की सारगर्भित टिप्पणी॥🟣 रचनाकार और आलोचक के सम्बन्धों पर तमाम बातें पहले भी हो चुकी हैं और आज भी ये बातें निरन्तर जारी हैं। इन दोनों के बीच का सम्बन्ध किसी दुश्मन जैसा नहीं होता, बल्कि ये दोनों एक सिक्के […]

जसम द्वारा डाॅ अंबेडकर का चिंतन और भारतीय लोकतंत्र पर संवाद

🛑 लखनऊ ~ “जन संस्कृति मंच” की ओर से “डॉ अम्बेडकर का चिंतन और भारतीय लोकतंत्र” पर संवाद !भारतीय व्यवस्था धर्मतंत्र, राजतंत्र और अधिनायकतंत्र का गठजोड़ !!सोशलिज़म आधारित लोकतंत्र ही उसका वास्तविक स्वरूप ~ कंवल भारती !!!🟣 जन संस्कृति मंच की लखनऊ इकाई के तत्वाधान में महान समाज सुधारक, संविधान निर्माता, क़ानूनविद, अर्थशास्त्री, चिंतक, राजनीतिज्ञ, […]

रज़ा मोहम्मद ख़ान की गजलों में तल्खियाँ हैं~ डॉ रमाकांत शर्मा

🛑 शाइरी की दुनिया में हरदम खोए रहने वाले शाइर रज़ा मोहम्मद ख़ान ~ डॉ. रमाकांत शर्मा🟣 रज़ा मोहम्मद ख़ान की शाइरी से बहुत कम लोग वाकिफ़ हैं। इसका कारण यह है कि अपनी शाइरी की तरह ही वे बहुत कम बोलते और बतियाते हैं।बड़बोलापन उनका स्वभाव नहीं हैं। इनकी शाइरी इशारों में बात करती […]

कविता के हमलावर होने का वक्त है~ कौशल किशोर

🛑 जनवादी लेखक संघ, बेगूसराय के तत्वावधान में “रामेश्वर प्रशांत : सुर्ख़ सवेरे की लालिमा का कवि” कविता संग्रह का लोकार्पण॥🟣 “वक्त कविता के हमलावर होने का है” ~ कौशल किशोर🔴 बरौनी/ गढ़हरा, 3 अप्रैल ~ जनवादी लेखक संघ, जिला इकाई, बेगूसराय द्वारा संगठन के राज्य सचिव कुमार विनीताभ और लब्धप्रतिष्ठ साहित्यकार कौशल किशोर के […]